28-नी शेप’ नारी
सौंदर्य में आकर्षक नाभि
‘नी शेप’ नारी
सौंदर्य में आकर्षक नाभि अपनी खास अहमियत रखती है. आकर्षक और संतुलित नाभि
युवतियों को जहां सैक्सी लुक प्रदान करती है वहीं पार्टी फंक्शन में आकर्षण का केंद्र भी बनती है. आज नाभि
दिखाने का फैशन चलन में है.
सविता को पेट के ऊपर साड़ी
बांधने पर कसाव महसूस होता है और इस से उसे असुविधा भी होती है, इसलिए वह साड़ी नाभि के नीचे बांधती है, लेकिन उथली नाभि और अंदर की दिखती धारियों की बात से
अनजान सविता को उस की सौंदर्य विशेषज्ञ सहेली सुषमा ने जब एहसास कराया तो वह बहुत
परेशान हो गई. सुषमा ने इस का उपाय सुझाते हुए कहा कि कुछ युवतियों की नाभि ऊपर की
तरफ निकली होती है तो कुछ की नाभि संकरी, छोटी
एवं कम गहरी होती है, जो उन के सौंदर्य को कम कर देती
है. आजकल ‘नी शेप’ नामक
तकनीक के जरिए नी शेप क्लिनिक एवं पार्लर्स में युवतियों की नाभि को आकर्षक आकार
दिया जाता है ।
तब सविता ने अपनी सहेली सुषमा
से विस्तार से इस के बारे में बताने को कहा. जिस पर सुषमा ने बताया कि बदलते
परिवेश एवं फैशन की दौड़ में बौडी आर्ट (टैटू), पियर्सिंग (शरीर के अंगों में छेद कर उस में आधुनिक बोल्ड ज्वैलरी पहनाना) के
साथसाथ नी शेप का नाम भी जुड़ गया है, जिस के
तहत नाभि को आकर्षक बनाया जाता है. नाभि को आकर्षक, गहरी एवं सुंदर बनाने के लिए आजकल ‘नेवल स्प्रिंग’ तकनीक अपनाई जाती है. इस के अंतर्गत नाभि का नाप ले
कर जंगरोधी धातु की नाभि के आकार की एक स्प्रिंग तैयार की जाती है. इस स्प्रिंग की
खासीयत है कि यह नाभि के अंदर गहराई में जा कर फैलती है और नाभि के अंदर की त्वचा
को दबाती है. फिर इसे नाभि के अंदर डाल कर छोड़ दिया जाता है. जब इस नेवल स्प्रिंग
को दबा कर किसी जंगनिरोधी चिमटी के सहारे नाभि की गहराई या सतह पर डाल कर छोड़ा
जाता है तब दबाव कम होते ही यह स्प्रिंग अपने बड़े आकार में आ जाती है, इस से नाभि का आकार चौड़ा, गोल एवं आकर्षक हो जाता है. यह स्प्रिंग नाभि में
दिखाई नहीं देती है.
इस नेवल स्प्रिंग की एक विशेषता
यह भी है कि लगातार नाभि के अंदर रहने से इस के स्प्रिंग के तार त्वचा को दबाते
हैं और उस स्थान के सैल्स स्प्रिंग तार के साइज के दबाव के कारण अंदर की तरफ
दबतेदबते स्थायी हो जाते हैं और जब नाभि स्थायी रूप से आकर्षक रूप ले लेती है तब
स्प्रिंग अपनेआप बाहर निकल जाती है. इस के बाद भी यदि नाभि में पर्याप्त आकर्षण
नहीं आता है तो उसी जगह थोड़ी बड़ी स्प्रिंग बना कर डाल देते हैं. इस तरह से नाभि
कुछ ही दिन में आकर्षक, गोल
एवं गहरी हो जाती है. ब्यूटी क्लिनिक एवं नी शेप क्लिनिक में नाभि में इस नेवल
स्प्रिंग को डालने पर सामान्यत: 500 रुपए या उस से अधिक का खर्च आता
है.
नेवल स्प्रिंग डालते समय
विशेषज्ञों को हाथों में ग्लव्स पहनने चाहिए तथा उन के पास विभिन्न आकार की नेवल
स्प्रिंग, स्प्रिंग को नाभि में डालने के
लिए विभिन्न प्रकार की चिमटियां एवं फौरसेप होने चाहिए. नेवल स्प्रिंग लगाने से
पूर्व नाभि को ऐंटीसैप्टिक लोशन से अच्छी तरह साफ करना चाहिए. नेवल स्प्रिंग
जंगरोधी होनी चाहिए, स्प्रिंग के दोनों छोर अंदर की
तरफ मुड़े हुए होने चाहिए जिस से कि वे नाभि में अंदर जाने के बाद उसे नुकसान न
पहुंचाएं. अगर नेवल स्प्रिंग लगाने के बाद किसी तरह की परेशानी या असुविधा हो तो
उसे निकलवा देने में ही समझदारी है.
नी शेप क्लिनिक अभी महानगरों
एवं बड़े शहरों तक ही सीमित है, लेकिन
धीरे धीरे इन की लोकप्रियता अन्य जगहों पर भी बढ़ेगी. इसी के साथ एक विधि ‘कपिंग’ है. इस
में किसी खोखली वस्तु (धातु के कप) को मसल्स पर रख कर उस की हवा निकाली जाती है.
हवा निकलने से उस जगह पर वैक्यूम पैदा हो जाता है, जिस से वह उस जगह पर चिपक जाता है, इस से
वहां खिंचाव शुरू हो जाता है और नए सैल्स बनने से वह जगह फैलनी शुरू हो जाती है.
नाभि के पर्याप्त आकार लेते ही कप निकल जाता है. इस विधि में नाभि को जो आकार देना
है उस आकार के कप का उपयोग किया जाता है.
इस तरह नाभि को आकर्षक रूप
प्रदान किया जाता है ।
नेवल स्प्रिंग :- नेवेल स्प्रिंग एक साधारण सी स्प्रिंग है जो स्टीललैस स्टील
की नाभी साईज अर्थात नाभी के वृत से थोडी सी बडी होती है । इसे सकरी एंव कम गहरी
नाभी के अन्दर डाल कर छोड दिया जाता है । जैसा कि हम सभी इस बात को अच्छी तरह से
जानते है कि स्प्रिंग का स्वभाव होता है यदि उसे दबा कर छोड दिया जाये तो वह अपने
मूल आकार में लौट आती है । इसी उदेश्य का उपयोग यहॉ पर नाभी के आकार को बढाने एंव
उसे गहरा करने में होता है । कम गहरी या सकरी नाभी या फिर इस प्रकार की नाभी
जिसमें नाभी धारीयॉ स्पष्ट रूप से दिखलाई देती है जिसकी वहज से नाभी का सौर्न्दय
जाता रहता है । इस प्रकार की नाभी को आकार चौडा गोल शेप में गहरा बनाने के लिये
नेवेल स्प्रिंग का प्रयोग नीशेप क्लीनिक या नीशेप पार्लर में किया जाता है । इसे
नाभी पर लगाना बहुत ही आसान है तथा इसे कभी भी आसानी से निकाला जा सकता है महिलाये
स्वंय इसे अपनी सुविधानुसार लगा सकती है एंव निकाल सकती है नेवेल स्प्रिंग का
उपयोग स्थाई एंव अस्थाई दोनो तरीके से किया जा सकता है । नेवल स्प्रिंग का एक
फायदा यह भी है कि इससे नाभी निश्चत रूप से आकार में गोल चौडी गहरी सुन्दर हो
जाती है । नेवल स्प्रिंग को नाभी के अन्दर डाल कर छोड देने से वह अपने स्वाभाविक
दबाब के कारण नाभी के अन्दर के मसल्स पर दबाब डालती है इससे स्प्रिंग का पतला
तार नाभी के अन्दर मसल्स में इस प्रकार दबाब देते हुऐ छिप जाता है कि आसानी से
नजर नही आता इसीलिये ऐसी महिलाये जो पार्टी या किसी फंगशन आदि में जाती है या फिर
फिल्म मीडिया या टेलीविजन अदाकारा जो नाभी र्दशना वस्त्र पहनना चाहती है वे अस्थाई
नेवेल स्प्रिंग का प्रयोग करती है ताकि उनकी नाभी गहरी सुन्दर दिखे ।
नेवेल स्प्रिंग:- नेवल स्प्रिंग
स्टील की एक साधारण सी स्प्रिंग है जो नाभी के साईज या नाभी साईज से थोडी सी बडी
होती है । इसे नाभी के अन्दर की सतह पर दबा कर छोड दिया जाता है दबाव के कम होते
ही स्प्रिंग अपने स्वाभाव के कारण अपनी मूल स्थीति में आ जाती है एंव नाभी की
दिवारों पर दबाब देते हुऐ आकार में चौडा कर देती है यदि नाभी पर धारीयॉ स्पष्ट
रूप से दिखलाई दे रही है तो वह भी स्प्रिंग की दबाब की वजह से आसानी से छिप जाती
है । स्प्रिंग के इस दबाब के कारण नाभी आकार में गोल गहरी दिखलाई देने लगती है ।
नाभी पर नेवल स्प्रिंग को लगाना बहुत आसान है आप नाभी की साईज से थोडी बडी साईज की
स्प्रिंग को ले एंव इसे अंगुलियों से दबाते हुऐ नाभी के अन्दर डालकर छोड दे आप
चाहे तो फारशेप या किसी चिमटी का प्रयोग भी कर सकते है । जैसे ही इसे नाभी की सतह
पर छोडा जाता है यह फैल कर नाभी के आकार को गोल बना देती है । तथा नाभी का साईज
इसके नियमित उपयोग से स्थाई रूप से आकार में गोल एंव गहरा हो जाता है । इसके
नियमित उपयोग से जब नाभी का आकार बढ जाता है तो यह स्प्रिंग अपने आप निकल जाती है
। इससे यह सिद्ध होता है कि नाभी का आकार पहले की अपेक्ष बढ गया है यदि आप को इससे
भी अधिक आकर में नाभी को चौड गोल करना हो तो उससे कुछ बडी साईज के नेवल स्प्रिंग
का प्रयोग कर सकते । वैसे तो मात्र नेवल स्प्रिंग से नाभी आकार में चौडी गोल हो
जाती है परन्तु कुछ महिलाओं की नाभी आकार में चौडी तो हो जाती है परन्तु गहरी कम
होती है उन्हे नेवेल स्प्रिंग के बाद नेवेल कार्क का प्रयोग करना चाहिये इसके साथ
ही यदि नाभी के उपर के मसल्स कम है तो कपिंग का प्रयोग कर नाभी प्रदेश के मसल्स
को उभारा जा सकता है । नाभी प्रदेश के मसल्स के उभरने से नाभी स्वाभाविक रूप से
अधिक गहरी दिखने लगती है ।
सावधानी:- नेवेल स्प्रिंग का
प्रयोग प्रारम्भ में उतनी ही साईज का करे जिससे नाभी पर अधिक दबाब न पडे एंव
स्प्रिंग इस प्रकार की होना चाहिये ताकि त्वचा को नुकसान न हो । 2-समय समय पर नेवल स्प्रिंग को
निकाल कर किसी एन्टीसेप्टीक लोशन से साफ करते रहना चाहिये । साथ ही नाभी के अन्दर
भी सफाई करना आवश्यक है । 3- नाभी के आकार को अधिक चौडा करना हो तो नेवेल स्प्रिंग की साईज को समय
समय पर बढाते जाना चाहिये ।