पेट्रोरल ग्रुप
क्र0
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औषधि
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शरीर के प्रमुख अवयव
जिन पर दवा कार्य करती है
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कार्य
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प्रकृति
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रोग
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1
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पेट्रोरल्स पी-1
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वक्ष प्रभावी, टेटुआ, फेफडो के वायु सेल्स, श्वास सस्थान के समस्त प्रणालीयो पर बात संस्थान के समस्त
अवयव पर तथा उसे शक्ति प्रदान करने वाली दबा है
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वास संस्थान के समस्त अवायवो को शक्ति प्रदान
करने वाली एक विशेष दबा है । फेफडो को शक्ति देने वाली दबा है ।
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कफ प्रकृति
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कफ से सम्बन्धित समस्त प्रकार के रोगो में,किसी
भी रोग से फेफडो के मुक्त होने के बाद उसमें शक्ति देने के लिये एंव फेफडो को फैलाने
के लिये इसका प्रयोग किया जाता है । बलगम को बाहर निकालन के लिये एस-2 सी-2 एव बर-1 के
साथ इसके प्रयोग करने से सूखा बलगम पिधलकर तत्काल बाहर निकल जाता है । एंव अपने प्रभावित अवयवों में प्रविश्ट कीटाणुओ को
भी बाहर करके उन अवयवो को संतुलित करता है ,साधाण खांसी,काली खांसी ,कुकर खांसी,
की प्रारम्भिक अवस्था, स्वर यत्रो की खराबी के कारण खांसी खांसी में रक्त, फेफडो
में पानी भरना,स्वास में रूकावट
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2
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पेट्रोरल्स पी-2
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यह एक वक्ष प्रभावी लसिका पोषक,तथा बलगम को
ढीला करने वाली दबा लसिकावाही,कोषो एंव संयोजक तन्तुओ पर कार्य,वक्ष प्रधान, मसूढे का क्षय,आंतो का क्षय बृक्क या गूर्दे मुत्राश्य,अस्थि
क्षय
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टी वी या या पैत्रिक यक्षमा के लिये यह एक अद्वितिय प्रभावकारी दबा
है । भयंकर क्षय के कुप्रभाव के काण फेफडों के नष्ट होने पर यह एक वक्ष प्रधान दबा
है र्दुगन्धयुक्त खॉसी
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कफ प्रकृति
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डा0 मैटी के अनुसार सभी तरह के फेफडो या हिदय
के कठिन से कठिन रोगो में ए-2 सी-1 की हल्की मात्रा के प्रयोग की सिफारीश की है
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3
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पेट्रोरल्स पी-3
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वक्ष प्रभावी,फेफडो के रक्त केशिकाओ पर प्रभावी,हिदय
को बल देने बाली ,बलगम को ढीला करने
बाली,श्वास संस्था पर प्रभावी
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दमा नाशक,क्षय नाशक, श्लैष्मिक स्त्राव अवरोधक,इसका
प्रभाव प्रधान रूप से नासिका,फन्टल बोन के बायू प्रणालीयो पर, थ्रोट टांन्सिल फायरेक्स
एव स्वर यत्रों पर है
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कफ प्रकृति
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वक्ष स्नायुओ के समूहों पर तीब्र व जीर्ण
जुकाम आदी में इसकी उच्च शक्ति का प्रयोग किया जाता है, वृद्वावस्थ की खांसी और दमा
आदि में इसकी उच्च शक्ति का प्रयोग हितकर
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